ओट्स के लज़ीज़ नमकीन पहलू
Volume 4 | Issue 5 [September 2024]

ओट्स के लज़ीज़ नमकीन पहलू<br>Volume 4 | Issue 5 [September 2024]

ओट्स के लज़ीज़ नमकीन पहलू

मधुलिका लिडल

Volume 4 | Issue 5 [September 2024]

अंग्रेज़ी से अनुवाद: गीत चतुर्वेदी

मैंने तीस साल की उम्र तक ओट्स (जई) नहीं देखा था।

ऐसा नहीं है कि मुझे यह न पता हो कि ओट होता क्या था। बिल्कुल पता था, मैंने छुटपन में जितना भी साहित्य (ज़्यादातर ब्रिटिश) पढ़ा था, उनमें घोड़ों को ओट खिलाने के कई प्रसंग आए थे। उनमें कभी-कभी, किसी बेहद ग़रीब किसान परिवार द्वारा ओट्स खाने का ज़िक्र आ जाता था।

ईमानदारी से कहूँ, तो ओट्स का उल्लेख कुछ हद तक उबाऊ लगता था। ब्लैक पुडिंग और हैगिस, स्पॉटेड डिक और समर पुडिंग (भले इनमें से कोई ख़राब लगता तो कोई दिलकश) कम से कम दिलचस्प तो लगते थे। खानपान के मामले में मैं ख़ूब जोखिम उठाती हूँ, इसलिए इन चीज़ों को कभी-न-कभी आज़माना मेरे एजेंडा में था। पर ओट्स, कभी नहीं!

2006 में पेप्सीको इंडिया, भारत में क्वेकर ओट्स ले आई। अचानक ही, अंकल जैसा दिखने वाला, मुस्कराता हुआ क्वेकर (उसका नाम दरअसल लैरी है) हमारे स्थानीय किराना दुकानों की आलमारियों में नमूदार हो उठा। सच कहूँ, तो मुझे उसमें कोई दिलचस्पी नहीं हुई। हमारे देश में जिन लोगों को नाश्ते में दूध-चीनी मिलाकर बना गरमागरम दलिया पसंद है, उन्हें ओट्स एक आसान और तेज़ विकल्प लगने लगा। मुझे दलिया कभी ख़ास पसंद नहीं रहा, इसलिए मेरे लिए यह ओट्स महज़ एक अनुपयोगी प्रोडक्ट-सा होकर रह गया।

2008 में मेरी सेहत बिगड़ गई। एक साथ कई बीमारियों के बारे में पता चला। बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल, बढ़ा हुआ रक्तचाप, बढ़ा हुआ ब्लड शुगर! डॉक्टर ने मेरी जीवनशैली में कई बदलाव सुझाए और मुझे न्यूट्रिशनिस्ट के पास भेज दिया जिसने मेरे खानपान की पूरी एक सूची बना दी, जिसमें नाश्ते पर सख़्त ज़ोर था : अंडे के सफ़ेद हिस्से से बना ऑमलेट, मल्टीग्रेन ब्रेड (एक स्लाइस से ज़्यादा नहीं), बेसन के चीले और सब्ज़ियों के साथ बने ओट्स!

सब्ज़ियों के साथ ओट्स? मैं हैरान थी।

कहाँ मैं ओट्स खाने को तैयार न थी, और कहाँ ऐसी नौबत आन पड़ी थी कि रोज़ नाश्ते में उसे खाना पड़ेगा, और वह भी इस तरह कि मुझे समझ ही नहीं आ रहा था, उसे बनाया कैसे जाएगा। ओट्स और सब्ज़ियों को आपस में कैसे मिलाया जा सकता है? सब्ज़ियों को अलग से पकाऊँ और ओट वाले दलिया में डाल दूँ? उन सब्ज़ियों को कैसे पकाऊँ? उबली या भाप में पकी सब्ज़ियों की कल्पना-मात्र से मैं सिहर उठती।

ख़ुशक़िस्मती से, मेरे माता-पिता पहले से ही रोल्ड ओट्स का सेवन करते थे और मेरी माँ ने क्वेकर ओट्स के पैकेट पर एक रेसिपी देख रखी थी- ओट्स उपमा! सबसे पहले सरसों के दाने और कढ़ी पत्ते से तड़का लगाना है, उसमें बारीक कटे प्याज़ डालना है और उसे भूनना है, फिर जो भी सब्ज़ियाँ आपने काट रखी हों, उसमें मिला देना है। स्वाद के लिए नमक और पिसी हुई लाल मिर्च मिलानी है, फिर पानी मिलाना है (ओट्स की मात्रा का दोगुना)। एक उबाल आने देना है, फिर उसमें ओट्स मिला देना है। दो-तीन मिनट तक उसे पकने दें। हो गया तैयार!

इस तरह, सब्ज़ियों के साथ ओट्स पकाने के मामले में यह मेरी मुख्य रेसिपी बन गई।

लेकिन, मैं तो मैं हूँ, इससे ऊबने में मुझे ज़्यादा समय नहीं लगा। रोज़-रोज़ कितना ओट्स उपमा खाया जा सकता है! भले बीच-बीच में विकल्प के तौर पर ऑमलेट या बेसन के चीले खाए जाएँ, अपने सारे स्वाद के बावजूद, लगभग रोज़ाना, ओट्स उपमा एकरस लगने लगा था।

उसके बाद सफोला ने (जोकि आज भारत में डिब्बाबंद ओट्स का अग्रणी ब्रांड है) मसाला ओट्स लॉन्च किया। मसाला, फ्रीज-ड्राइड सब्ज़ियाँ, इन्स्टैंट ओट्स, सब एक ही पैकेज में। एकदम सुविधाजनक। और ओट्स उपमा से बिल्कुल अलग। लेकिन बदक़िस्मती से, यह भी ऐसी चीज़ थी, जिससे बहुत आसानी से ऊबा जा सकता था। इसके कुछ पैकेट खाने के बाद, मैं इसके बारे में सोचने तक से कतराने लगी। उसके मसालों का स्वाद मेरी पसंद से बाहर का था।

ठीक उन्हीं दिनों, मैंने यह जानने के लिए प्रयास करना शुरू किया कि ओट्स और सब्ज़ियों को साथ मिलाकर और क्या चीज़ें बनाई जा सकती हैं। गूगल पर सर्च किया, तो कुछ फूड ब्लॉगर्स मिले, जो ओट्स से स्वादिष्ट व्यंजन बनाने की कोशिश कर रहे थे। (तब वे बेहद कम थे, हालाँकि अब बरस-दर-बरस उनकी तादाद बढ़ रही है।) मैंने उनमें से कुछ को आज़माया, कुछ में अपनी तरकीबें जोड़ीं, कुछ को त्याग दिया और अपने ख़ुद के आइडिया लागू किए।

मुझे अहसास हुआ, ओट्स की सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि उसे बनाना सुविधाजनक है। बेशक, वे पौष्टिक होते हैं (इसीलिए तो मेरे आहार में शामिल किया गया)। उनमें कई तरह के विटामिन और मिनरल होते हैं, और सबसे बड़ी बात कि ये कोलेस्ट्रोल को घटाने और इंसुलिन प्रतिरोध को सुधारने में मददगार होते हैं। लेकिन जो बात इनके प्रति मेरे आकर्षण को बढ़ाती है, वो यह कि इन्हें पकाने में ज़्यादा समय नहीं लगता। आजकल मैं क्विक-कुकिंग स्टील-कट ओट्स का इस्तेमाल करती हूँ, ये जल्दी पक जाते हैं, बमुश्किल सात-आठ मिनट में। और इनमें ख़ासी विविधता होती है।

इनके स्वाद में एक ख़ास तरह की तटस्थता होती है, जिससे इनकी विविधता में वृद्धि हो जाती है, जिस कारण इन्हें विभिन्न क़िस्म की सामग्रियों, ज़ायक़ों और विधियों के साथ पकाया जा सकता है। मिसाल के तौर पर, दुनिया की विभिन्न संस्कृतियों में दलिया या उस जैसे जो व्यंजन मिलते हैं, उन सबकी विधियाँ ओट्स के लिए अत्यंत उपयुक्त हैं। चाहे भारतीय उपमहाद्वीप की खिचड़ी हो, इतालवी रिसोत्तो हो, चीनी या कोरियाई ज़ूक हो (जिसे आंग्ल दुनिया में ‘कॉन्जी’ कहते हैं), चावल-आधारित ऐसे सभी व्यंजनों में चावल की जगह आसानी से ओट्स का प्रयोग किया जा सकता है।

इस तरह के व्यंजनों में मेरा पसंदीदा है ओट्स पोंगल, जोकि चावल और मूँग दाल से बनने वाले लोकप्रिय ‘वेन पोंगल’ जैसा है। इसमें चावल की जगह ओट्स का इस्तेमाल करते हैं और अच्छी-ख़ासी सब्ज़ियाँ भी मिला दी जाती हैं। सिर्फ़ एक ही चीज़ का ध्यान रखना होता है कि इस व्यंजन के लिए हमें बिना छिलके वाली पकी हुई मूँग दाल चाहिए होती है। आमतौर पर जब मैं किसी अन्य मौक़े पर मूँग दाल बनाती हूँ, तो एक कप निकालकर अलग कर देती हूँ और उसे फ्रिज में रख देती हूँ, ताकि अगले दिन नाश्ते में ओट्स पोंगल बना सकूँ।

ओट्स पोंगल

(दो लोगों के लिए)

1/2 कप स्टील-कट ओट्स (चाहें तो रोल्ड ओट्स भी ले सकते हैं)

1/3 कप, कच्ची मूँगफली

1 छोटा चम्मच जीरा

1 छोटा चम्मच काली मिर्च

2 चम्मच न्यूट्रल फ्लेवर वाला वनस्पति तेल

2 डंठल कढ़ी पत्ता

1 हरी मिर्च, बारीक कटी हुई (ऐच्छिक)

1 छोटा चम्मच बारीक कटा हुआ अदरक

1/2 कप कटी हुई सब्ज़ियाँ: गाजर, हरी बीन्स, ब्रोकोली, मकई के दाने, हरी मटर या इन सबका मिश्रण

1/2 कप छिलका रहित मूँग दाल, सादी पकी हुई

नमक स्वादानुसार

  1. इमामदस्ते में काली मिर्च और जीरे को दरदरा पीस लें।
  2. मद्धम आँच पर तेल गरम करें और उसमें मूँगफलियाँ डाल दें। उनका रंग भूरा होने और उनके छिलकों के फटने तक भूनें। मूँगफलियों को निकाल कर किनारे रख दें। बाद में गार्निश में उनका उपयोग किया जाएगा।
  3. बचे हुए तेल में पिसा हुआ जीरा और काली मिर्च डाल दें। एक-दो बार कलछुल से उसे हिलाएँ।
  4. उसमें कटी हुई अदरक, कटी हई मिर्च (चाहें तो) और कढ़ी पत्ता मिलाएँ। मैं आमतौर पर कढ़ी पत्ते को रफ़ तरीक़े से काटती हूँ, इससे उनका स्वाद बढ़ जाता है।
  5. क़रीब 15-20 सेकंड्स तक पकाएँ, उसे लगातार हिलाते रहें, जब तक कि अदरक पारदर्शी-सा लगने लगे।
  6. जो भी सब्ज़ियाँ आप इस्तेमाल कर रहे हों, उन्हें मिला दें। अगर आप मटर और मकई के दानों के अलावा सब्ज़ियाँ इस्तेमाल कर रहे हों (जैसे गाजर, हरी बीन्स या ब्रोकोली), तो ध्यान रहे कि उन्हें मटर के दानों जितने आकार में काटें, उनसे बड़ा नहीं।
  7. स्वाद के लिए नमक डालें और मिक्स कर दें। एकाध मिनट पकने दें, फिर एक कप पानी मिला दें। उसे हिलाते रहें।
  8. आँच तेज़ करें और उबाल आने दें। जब पानी उबलने लगे, तो उसमें ओट्स (स्टील-कट या रोल्ड) डाल दें, अच्छी तरह मिलाएँ, और जब यह मिश्रण फिर से उबलने लगे, आँच को मद्धम कर दें।
  9. ओट्स के पकने तक, बिना ढँके, बीच-बीच में उसे हिलाते रहें। मैं आमतौर पर क्विक-कुकिंग ओट्स का इस्तेमाल करती हूँ, वे 7-8 मिनट लेंगे। रोल्ड ओट्स भी तक़रीबन 3 मिनट में पक जाएँगे।
  10. पकी हुई मूँग दाल को मिला दें। आँच बंद कर दें। कटोरों में परोसें। सबको तली हुई मूँगफलियों से सजा दें।

जिन दिनों मेरे पास पहले से पकी मूँग दाल नहीं होती, मैं अपने किचन गार्डन से मुट्ठी-भर बेसिल की पत्तियाँ तोड़ती हूँ और एक अन्य पसंदीदा रेसिपी बनाती हूँः इतालवी स्टाइल में टमाटर-बेसिल ओट्स। इसमें ओट्स को पानी के बजाय टमाटर के रस में पकाना होता है। आप पैकेट वाले टोमैटो जूस का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन घर पर बने ताज़ा जूस से बेहतर कुछ नहीं होता। मैं वही इस्तेमाल करती हूँ।

ऐसे बनाएँः
इतालवी स्टाइल में टमाटर-बेसिल ओट्स

(दो लोगों के लिए)

1/2 कप क्विक-कुकिंग स्टील-कट ओट्स (या रोल्ड ओट्स)

1 बड़ा पका हुआ टमाटर

स्वादानुसार नमक और पिसी हुई काली मिर्च

मुट्ठी-भर बेसिल के पत्ते, कटे हुए

3-4 कलियाँ लहसुन की, छिली और बारीक कटी हुईं

2 चम्मच ऑलिव तेल (साधारण वाला लें, एक्स्ट्रा वर्जिन नहीं)

1 मुट्ठी अखरोट की गिरी, यूँ ही कटी हुई, गार्निश के लिए (चाहें तो सिंके हुए पाइन नट्स या चिलगोजों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं)

कद्दूकस किया हुए पारमेसन (एक तरह का इतालवी चीज़, वैकल्पिक)

  1. टमाटर को मोटा-मोटी काटें और ब्लेंडर जार में डाल दें। स्टिक ब्लेंडर की मदद से उसे पीसकर पल्प या गूदा बना दें।
  2. टमाटर के पल्प को मापने वाले जग में डालें। उसमें भरपूर पानी मिलाएँ, ताकि उसकी मात्रा एक कप जितनी हो जाए।
  3. पानी मिले इस पल्प को कड़ाही में डालें। उसमें ओट्स, नमक, काली मिर्च मिला दें। उसे हिलाते रहें। उबाल आने दें।
  4. जब मिश्रण अच्छी तरह उबलने लगे, आँच को मद्धम कर दें। उसे पकने दें। बीच-बीच में उसे हिलाते रहें। रोल्ड ओट्स क़रीब 2-3 मिनटों में और क्विक-कुकिंग स्टील-कट ओट्स 7-8 मिनटों में पक जाएँगे।
  5. कड़ाही को आँच से उतार लें और ओट्स को कटोरों में डालें। एक साफ़, छोटे पैन में मद्धम आँच पर तेल गरम करें।
  6. उसमें बेसिल के कटे पत्तों को डालें और उन्हें हिलाते हुए आधे मिनट तक तलें, फिर उसमें कटे हुए लहसुन डाल दें।
  7. लहसुन और बेसिल को धीमी आँच पर एक मिनट तक तलते रहें, जब तक कि लहसुन नरम न हो जाएँ।
  8. बेसिल और लहसुन से ओट्स को गार्निश करें। सजाने के लिए उस पर अखरोट या चिलगोजों को बिखेर दें। चाहें, तो कद्दूकस किए पारमेसन को भी उस पर बिखेर सकते हैं (चूँकि इसमें कैलरी अधिक होती है, मुझे नहीं लगता कि मेरी न्यूट्रिशनिस्ट मुझे इसकी सलाह देगी)।

जो मुख्य बात आपको ध्यान में रखनी है, वो यह कि ओटमील के दो बुनियादी हिस्से होते हैं- ओट और उसमें लगने वाला लिक्विड। ओट्स तीन तरह के मिलेंगे, स्टील-कट, रोल्ड या इन्स्टैंट, इसलिए उन्हें चुनने के ज़्यादा विकल्प आपके पास नहीं होंगे, पर लिक्विड के साथ ऐसा नहीं है। अगर मीठा बनाना चाहते हैं, तो दूध मिला सकते हैं, या फिर दूध और दही (दोनों आधा-आधा) का मिश्रण इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर स्वाद के मामले में जोखिम उठा सकते हैं, तो आप फलों के रस का भी प्रयोग कर सकते हैं। मिसाल के तौर पर, नारियल पानी! या अगर आप कॉफ़ी के मुरीद हैं, तो उसका भी प्रयोग कर सकते हैं।

इसी तरह, नमकीन ओटमील के लिए (जैसा कि आपने टमाटर-बेसिल ओट्स के उदाहरण में देखा) किसी गहरे स्वाद वाले लिक्विड का भी प्रयोग कर सकते हैं, जैसे टमाटर जूस, चिकन या वेजीटेबल स्टॉक या (मेरी तरह थोड़ा प्रयोगधर्मी हो जाएँ, तो) रसम या फिर कोई पतला शोरबा या सूप!

इनके साथ ही, ओट्स में कुछ और चीज़ें भी मिलाई जा सकती हैं, ताकि उसकी पौष्टिकता में वृद्धि हो सके, ताकि उसके ज़ायक़े और रंगरूप में बदलाव आ सके, ताकि वह पहले से ज़्यादा आकर्षक दिख सके। बेशक, नमकीन व्यंजनों में सब्ज़ियाँ हमेशा अच्छी तरह जुड़ जाती हैं, पर इनके अलावा भी कुछ चीज़ें हैं, जिन्हें जोड़ा जा सकता है, जैसे कटा हुआ, पका हुआ चिकन, पका हुआ सॉसेज या तला हुआ बेकन! तले हुए अंडे (या बारीक कटे उबले अंडे) से उसकी टॉपिंग कर दी जाए। भुने हुए मेवों से, तिल के दानों से, ताज़ा हर्ब्स या पत्तियों से उन्हें ख़ूबसूरती से गार्निश कर दिया जाए। किसी बढ़िया से सॉस को उस पर छिड़का जा सकता है, जैसे श्रीराचा, टोबैस्को या फिर एकदम सादा और सरल उपाय, भुने हुए तिल के तेल का प्रयोग किया जा सकता है।

तिल के तेल की बात छिड़ी है, तो एक बेहद आसान नमकीन ओटमील रेसिपी याद आ गई, जिसमें ओट्स को कटी हुई सब्ज़ियों के साथ पकाया जाता है, कटे हुए हरे प्याज़, तिल के भुने हुए दानों और तिल के तेल की कुछ बूँदों के साथ सजाया जाता है। आप इसे रोल्ड ओट्स या स्टील-कट ओट्स, दोनों के साथ बना सकते हैं।

पूर्वी एशियाई शैली का सब्ज़ियों वाला ओट्स
(दो लोगों के लिए)

1/2 कप ओट्स (क्विक-कुकिंग स्टील-कट या रोल्ड)

1 कप स्टॉक चिकन या वेजीटेबल (एक कप पानी में घुला हुआ एक स्टॉक क्यूब चलेगा)

1/2 कप कटी हुई सब्ज़ियाँ, जैसे कि हरी बीन्स, गाजर, मटर और ब्रोकोली, सारी सब्ज़ियों को मटर के दानों के आकार में काटें

हल्का सोया सॉस स्वाद के लिए (चाहें तो)

मुट्ठी-भर हरा प्याज़, बारीक कटा हुआ, सजाने के लिए

एक छोटा चम्मच भुना हुआ तिल (काला या सफ़ेद या दोनों का मिश्रण)

1/2 चम्मच भुने हुए तिल का तेल

  1. एक पैन में ओट्स, सब्ज़ियाँ और स्टॉक डालें। उबाल आने दें। फिर आँच को धीमा कर दें। ओट्स और सब्ज़ियों के पक जाने तक बीच-बीच में उन्हें हिलाते रहें। रोल्ड ओट्स को पकने के लिए 2-3 मिनट, और क्विक-कुकिंग स्टील-कट ओट्स के लिए लगभग 8 मिनट लगेंगे।
  2. चाहें तो स्वादानुसार सोया सॉस डालें। स्टॉक क्यूब्स या स्टोर से खरीदे गए अन्य प्रकार के स्टॉक में (अगर वे कम सोडियम वाले न हों), पहले से ही नमक मिला हुआ हो सकता है, इसलिए सोया सॉस को सोच-समझकर डालें, और वह भी चखने के बाद।
  3. कटोरों में परोसें। प्रत्येक सर्विंग को भुने हुए तिल और कटे हुए हरे प्याज़ से सजाएँ। ऊपर से थोड़ा-सा तिल का तेल डालें और परोसें।

यह बुनियादी रेसिपी, निश्चित रूप से, लोकप्रिय चीनी/पूर्वी एशियाई कॉन्जी (या पूर्वी एशिया में प्रचलित इसके विभिन्न रूपों) पर आधारित है। जिस तरह कॉन्जी व्यंजन दरअसल, सब्ज़ियों से लेकर सी-फूड, क़ीमा या अदरक-लहसुन जैसी चीज़ों को मिलाकर बनाया हुआ दलिया हो सकता है, उसी तरह ओट्स को भी इनमें से किसी भी चीज़ के साथ मिलाकर बनाया जा सकता है। और नतीजतन बने हुए व्यंजन में तला हुआ प्याज़ या हरा धनिया या सब्ज़ियों का अचार या भुना हुआ सीवीड जैसी अपनी पसंद की कोई भी चीज़ मिलाकर आप उसके स्वाद को बढ़ा सकते हैं।

और जब बात छिड़ी हो कॉन्जी की, तो यह नहीं भूलना चाहिए कि यह शब्द (आंग्ल शब्द, न कि इस खाद्य-पदार्थ के लिए प्रयुक्त होने वाला पूर्वी एशियाई शब्द) दरअसल भारतीय मूल का है। तमिल शब्द कान्जी, जोकि चावल और पानी से बने माँड़ के लिए प्रयुक्त होता है, से ही यह ‘कॉन्जी’ शब्द बना है। स्वाभाविक है कि कान्जी के कई भारतीय संस्करण भी हैं, जिनके आधार पर ओट्स को बनाया जा सकता है।

उदाहरण के तौर पर, बंगाली व्यंजन फेना भात को लेते हैं। फेना भात, जिसे शेद्धो भात नाम से भी जाना जाता है, एक बेहतरीन बंगाली भोजन है, जिसमें चावल को कई तरह की सब्ज़ियों के साथ पकाया जाता है। इसमें चावल के साथ मसूर दाल को पकाया जा सकता है, कौन-सी सब्ज़ियाँ इस्तेमाल होंगी, यह हर घर के हिसाब से बदल सकता है (या फिर मौसम के हिसाब से), लेकिन समग्रता में देखें, तो यह एक हल्का, सौम्य व्यंजन है, जो कि आसानी से एक ओटमील में तब्दील किया जा सकता है। आप एक चम्मच ख़ुशबूदार घी के साथ इसकी सजावट कर सकते हैं, लेकिन मैं संदीपा मुखर्जी (बोंग मॉम्स कुकबुक जैसे विलक्षण ब्लॉग वाली) के सुझाव को तरजीह देती हूँः सरसों के तेल में तली लंबी-कटी फाँकों वाली अदरक और हरी मिर्च के साथ।

फेना भात स्टाइल वाले ओट्स

(दो लोगों के लिए)

1/2 कप ओट्स (क्विक-कुकिंग स्टील-कट या रोल्ड)

स्वादानुसार नमक

1 कप मिश्रित मौसमी सब्जियाँः कद्दू, आलू, सेम (बांग्ला में शेम) और बैंगन विशेष रूप से उपयुक्त: इन्हें 1 इंच लंबे टुकड़ों में काटें, प्रत्येक टुकड़ा सेम की चौड़ाई के बराबर हो

सब्जियाँ पकाने के लिए पानी

2 अंडे

1 बड़ा चम्मच सरसों का तेल, तलने के लिए

1 बड़ा चम्मच ताज़ा अदरक, लंबी फाँकों में कटे हुए

2-3 हरी मिर्च, लंबी फाँकों में कटी हुईं

  1. चूँकि सब्ज़ियों को नरम होने तक पकाना होगा (इसमें ओट्स के मुक़ाबले अधिक समय लगता है), सो इन्हें पहले ही पका लेंगे। सारी मिश्रित सब्ज़ियों को पैन में डालें। उसमें इतना पानी डालें कि वे डूब जाएँ। एक उबाल लाएँ। फिर आँच को धीमा कर दें। पैन को ढँक दें। पकने दें।
  2. सब्जियाँ छान लें और एक तरफ़ रख दें। जिस पानी में सब्जियाँ पकाई थीं, उसे अलग रख लें; अगर यह 1 कप से कम है, तो इसे 1 कप जितना करने के लिए अतिरिक्त पानी डालें।
  3. इस पानी को नमक और ओट्स के साथ एक पैन में डालें। ओट्स के पकने तक, बीच-बीच में हिलाते रहें, रोल्ड ओट्स को पकने के लिए लगभग 2-3 मिनट और स्टील-कट ओट्स को 8 मिनट तक लगेंगे।
  4. ओट्स के पक जाने के बाद, पकी हुई सब्जियाँ डालें और मिलाएँ। कटोरों में परोसें।
  5. एक कड़ाही में सरसों का तेल गर्म करें। उसमें अंडे को तब तक फ्राई करें जब तक कि सफेदी ठीक से पक न जाए; ओट्स के ऊपर एक-एक तला हुआ अंडा रखें।
  6. बचे हुए सरसों के तेल में अदरक और हरी मिर्च को तब तक तलें, जब तक कि अदरक किनारों से थोड़ा कुरकुरा होने लगे। इन्हें चम्मच से लेकर तेल सहित अंडे पर डालें। गरमागरम परोसें।

चूँकि ओटमील में एक ख़ास तरह का घरेलूपना होता है, इस कारण यह (ख़ासकर नमकीन वाले रूप में) रेस्तराओं के मेनू में बमुश्किल ही नज़र आता है। हाँ, ओवरनाइट ओट्स, जो कि हेल्दी डेसर्ट जैसे लगते हैं, वे ज़रूर मिल जाते हैं। नई दिल्ली में, होम डिलीवरी सर्विस देने वाले कोलोकैल या सैलड डेज़ नामक रेस्तराँ में ओवरनाइट ओट्स मिलते हैं, जिनमें फल, नट्स, चॉकलेट या ऐसी ही और चीज़ें मिली हुई होती हैं।

कई दूसरे मेनू में भी ओट्स दिखाई दे जाते हैं, पर ज़्यादातर किन्हीं अन्य दिलचस्प सामग्रियों के तले दबे हुए। मसलन, डेसर्ट में ग्लूटन-फ्री क्रस्ट की तरह या चिकन में क्रंची क्रस्ट की तरह। कुछ बेहद कम, स्वास्थ्य-केंद्रित जगहों पर ओट्स पराठा या ओट्स रोटी भी मिल जाती हैं, लेकिन नमकीन ओटमील ज़्यादातर लोगों के लिए अनुपलब्ध ही है। एक समय मुझे एक मुहल्ले में एक छोटा-सा स्टॉल मिला था, जो ऑमलेट-टोस्ट, सैंडविच और मैगी के साथ नमकीन ओटमील भी बेच रहा था, लेकिन हाय! वह ओट्स दरअसल सफोला मसाला ओट्स था, जिसे कुछ सब्ज़ियों के साथ पका-भर दिया गया था। निराशाजनक था।

मुझे घर पर सब्ज़ी वाले ओट्स बनाने की ज़हमत उठानी पड़ती है। इसके अलावा कोई चारा भी तो नहीं! लेकिन अच्छी बात यह है कि इसे बनाने के बहुत सारे तरीक़े हैं और अंत में जो चीज़ बनती है, वह सच में बेहद लज़ीज़ होती है।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

oneating-border
Scroll to Top
  • The views expressed through this site are those of the individual authors writing in their individual capacities only and not those of the owners and/or editors of this website. All liability with respect to actions taken or not taken based on the contents of this site are hereby expressly disclaimed. The content on this posting is provided “as is”; no representations are made that the content is error-free.

    The visitor/reader/contributor of this website acknowledges and agrees that when he/she reads or posts content on this website or views content provided by others, they are doing so at their own discretion and risk, including any reliance on the accuracy or completeness of that content. The visitor/contributor further acknowledges and agrees that the views expressed by them in their content do not necessarily reflect the views of oneating.in, and we do not support or endorse any user content. The visitor/contributor acknowledges that oneating.in has no obligation to pre-screen, monitor, review, or edit any content posted by the visitor/contributor and other users of this Site.

    No content/artwork/image used in this site may be reproduced in any form without obtaining explicit prior permission from the owners of oneating.in.