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Essay by Dr. Rudrajit Paul
Volume 4 | Issue 6 [October 2024]
The Epicurean Delights of Ghanada Stories
Volume 4 | Issue 6 | October 2024]
Bangla literature has quite a few Dada figures: Saradindu Banerjee created Baroda, Satyajit Ray Feluda, Narayan Ganguly Tenida and Premendra Mitra created Ghanada.
A middle-aged man with a big heart, always available at home, always ready to spin an anecdote – that is Ghanada or Ghanashyam Das, now an extinct species. Ghanada lives in a hostel where his followers gladly pay his monthly rent; they also pay for his voracious appetite. He spends the entire day indulging in gossip, goes to a park in the evening…
घोनादा की कहानियों के चटोरे सुख
Volume 4 | Issue 6 | October 2024]
बांग्ला साहित्य में कई ‘दादा’ चरित्र हैंः शारदिंदु बनर्जी ने बारोदा की रचना की, सत्यजीत रे ने फेलूदा की, नारायण गांगुली ने टेनीदा की और प्रेमेंद्र मित्रा ने घोनादा की।
घनश्याम दास उर्फ घनादा, या ठेठ बंगाली लहजे में कहें तो घोनादा, अधेड़ उम्र के एक ऐसे इंसान हैं, जिनका दिल बहुत बड़ा है, जो हमेशा घर पर पाए जाते हैं और जो हर समय अपनी क़िस्सागोई के लिए तैयार रहते हैं। आज के दौर में ऐसा किरदार लगभग विलुप्त हो चुका है।
घोनादा एक हॉस्टल में रहते हैं, जिसका किराया उनके अनुयायी ख़ुशी-ख़ुशी भरते हैं। यही नहीं, लज़ीज़ खाना खाने के उनके शौक़ को भी पूरा करते हैं। घोनादा पूरा दिन गपशप करते हैं, शाम को पार्क चले जाते हैं और वहाँ जाकर नई मंडली के साथ गपशप करते हैं। उनकी कहानियों में ग़ज़ब की कल्पना होती…
দাদার খাদ্যঃ ঘনাদা ও তার রকমারি ভোজনবিলাস
Volume 4 | Issue 6 | October 2024]
প্রেমেন্দ্র মিত্র ছিলেন একাধারে শিশুসাহিত্যিক এবং সিনেমা নির্মাতা। আবার বাংলা কবিতার এবং উপন্যাসের কিছু কিছু ক্ষেত্রেও তিনি ছিলেন অগ্রপথিক। “ঘনাদা”, “পরাশর বর্মা”, “মেজোকর্তা”, “মামাবাবু” ইত্যাদি বহু অবিস্মরণীয় চরিত্রের সিরিজ তিনি সৃষ্টি করেছিলেন। এহেন বহুমুখী প্রতিভার মানুষের কলম থেকে বেরোনো ঘনাদার গল্প যে ব্যতিক্রমী হবে, সেটা বলাই বাহুল্য। বাংলায় সাধারণত বিজ্ঞান বিষয়ক কাহিনী খুব একটা মূল সাহিত্যের আঙিনায় কল্কে পায় না। বাংলার বেশিরভাগ জনপ্রিয় উপন্যাস বা গল্পের মূল প্রতিপাদ্য হল সেই মানুষের সম্পর্কের টানাপোড়েন, রাজনীতি বা অলৌকিক ঘটনা। আধুনিক বিজ্ঞানের রকমারি চমক বা…